झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा निर्वाचन आयोग द्वारा दिल्ली में की गई है. चुनाव दो चरणों में संपन्न होंगे. पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को होगा, जिसमें 43 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा, जिसमें 38 सीटों के लिए वोटिंग होगी. चुनाव परिणामों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी.
इस चुनाव में लगभग 2.57 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें 1.30 करोड़ पुरुष, 1.27 करोड़ महिलाएं और 434 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं.
चुनाव की तारीखों के साथ ही पूरे झारखंड में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है, जिससे राज्य सरकार जनहित में कोई निर्णय नहीं ले सकेगी. सरकार के मंत्री और विधायक भी सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाएंगे. चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक चुनाव आयोग का शासन रहेगा, जिसमें ट्रांसफर-पोस्टिंग और चुनाव क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती का अधिकार आयोग के पास होगा.
झारखंड 5 प्रमंडलों में विभाजित है और इसमें कुल 24 जिले हैं, जिनमें 81 विधानसभा सीटें हैं. संताल परगना प्रमंडल में 6 जिले और 18 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 7 सीटें अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के लिए आरक्षित हैं. देवघर विधानसभा सीट अनुसूचित जातियों (एससी) के लिए आरक्षित है.
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में 7 जिले हैं और यहां सबसे अधिक 25 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 4 सीटें अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित हैं. वहीं, पलामू प्रमंडल में 3 जिले हैं, लेकिन केवल 9 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से कुछ सीटें अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित हैं.
2019 में झारखंड विधानसभा चुनाव 5 चरणों में हुए थे, जिसमें मतदान 30 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चला था. सभी सीटों की मतगणना एक साथ 23 दिसंबर को की गई थी.