झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद अलग अलग दल के नेता और कार्यकर्ता चुनावी मैदान में उतरने के लिए कमर कस रहे है. ऐसे में जिन्हें पार्टी ने टिकेट दे दिया उनकी बल्ले बल्ले और जिन्हें टिकेट नहीं मिला वो दूसरा ठिकाना ढूंढने लगते है. इसमें घोषणा के बाद पहला नाम जुड़ा है आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष उमाकांत रजक का.
झारखंड विधानसभा चुनावों से पहले आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है. पूर्व मंत्री और आजसू के केंद्रीय उपाध्यक्ष उमाकांत रजक ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो को पत्र के माध्यम से सौंपा और कहा कि उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए उन्हें सभी पदों से मुक्त किया जाए.
चंदनक्यारी सीट से लड़ेंगे चुनाव !
उमाकांत रजक पहले भी चंदनक्यारी से विधायक रह चुके हैं और सरकार में मंत्री पद पर भी रहे. हालांकि, आजसू ने चंदनक्यारी सीट के लिए कई प्रयास किए, लेकिन यह सीट भाजपा के पास बनी हुई है, जहां से अमर कुमार बावरी विधायक हैं. भाजपा के लिए इस सीट को छोड़ना संभव नहीं दिख रहा है, इसलिए अब लगभग निश्चित हो गया है कि चंदनक्यारी सीट आजसू के खाते में नहीं आएगी. इसी कारण उमाकांत रजक ने पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है. उमाकांत जेएमएम में शामिल हो सकते है और जेएमएम के टिकेट पर चुनावी मैदान में होंगे.