वीर शहीद बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का निधन इलाज के दौरान हो गया. सोमवार को खूंटी-तमाड़ मार्ग पर एक सड़क दुर्घटना में वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे. सिर में गंभीर चोट लगने के बाद उन्हें रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां पर न्यूरो सर्जन डॉ. आनंद प्रकाश ने उनका ऑपरेशन किया, लेकिन बाद में उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया. हालांकि, इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली.
हादसे के समय, मंगल मुंडा अपने दोस्त के साथ मैजिक टेंपो की छत पर सवार होकर खूंटी से तमाड़ जा रहे थे. रुताडीह मोड़ के पास वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया, जिसके कारण दोनों नीचे गिर गए. इस हादसे में मंगल मुंडा को सिर में गंभीर चोटें आईं, जबकि उनके साथी को हल्की चोटें आईं.
घटना के तुरंत बाद समाजसेवी बिनसय मुंडा ने घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया और पुलिस को सूचित किया. बाद में यह पता चला कि मंगल मुंडा वीर शहीद बिरसा मुंडा के वंशज थे. मुख्यमंत्री के निर्देश पर उनके इलाज को प्राथमिकता दी गई. डॉक्टरों के अनुसार, मंगल मुंडा के मस्तिष्क के दोनों हिस्सों में खून का थक्का जम गया था, जिसे ऑपरेशन द्वारा हटाने की कोशिश की गई थी.
मंगल मुंडा के निधन ने झारखंड में शोक की लहर पैदा कर दी है. उनकी असामयिक मृत्यु से बिरसा मुंडा के वंशजों और उनके चाहने वालो को गहरी क्षति हुई है.