रांची
झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के चौथे दिन, गोड्डा विधायक प्रदीप यादव ने राज्य में बढ़ती सूखाड़ की स्थिति पर अपनी बात राखि. उन्होंने बताया कि अभी तक केवल 10% धान की बुआई हुई है और 20% खेतों में सिंचाई की सुविधा है. यादव ने इस बात पर जोर दिया कि किसानों को सूखे से बाहर निकालने के लिए सिंचित भूमि का प्रतिशत बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है.
सुखाड़ से निजात पाने की है तैयारी: कृषि मंत्री
प्रदीप यादव के सवाल के जवाब में, कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने वादा किया कि विभाग सूखा को ठीक से निपटने के लिए तैयारी कर रहा है, जिसमें अनपेक्षित परिस्थितियों का सामना करने के लिए एक कंटिंजेंसी प्लान शामिल है. मॉनिटरिंग कार्य भी जारी है और अगस्त के अंतिम सप्ताह तक सूखे की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी जाएगी. विभाग ने वित्त वर्ष 2024-25 में मोटे अनाज की खरीदारी के लिए 50 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं.
इस दौरान, बीजेपी के विधायक लगातार सदन की कार्यवाही को बाधित करते रहे. जिसके बाद, स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को 01 अगस्त सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.