भारतीय क्रिकेट टीम को उस समय एक बड़ा झटका लगा जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की चयन समिति ने अपडेटेड टीम का ऐलान किया. इस नई टीम में जसप्रीत बुमराह और यशस्वी जायसवाल का नाम नहीं था, जबकि वरुण चक्रवर्ती और हर्षित राणा को टीम में शामिल किया गया. इससे पूर्व भारतीय हेड कोच रवि शास्त्री का बयान सच होते नजर आ रहे हैं. उन्होंने पहले कहा था कि यदि बुमराह टीम में नहीं होंगे तो भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की संभावनाएं 30% तक कम हो जाएंगी. बुमराह ने टी20 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया था और वह भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के प्रमुख खिलाड़ी रहे हैं.
जसप्रीत बुमराह का रिहैब पूरा हुआ, एनसीए ने दी फिटनेस रिपोर्ट
इस बीच एक दिलचस्प जानकारी सामने आई कि बीसीसीआई और अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति को जसप्रीत बुमराह की फिटनेस पर एक रिपोर्ट मिली, जिसमें उन्हें मेडिकल तौर पर फिट घोषित किया गया था. रिपोर्ट में यह स्पष्ट रूप से कहा गया कि बुमराह ने अपना रिहैब पूरा कर लिया है, लेकिन बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) की मेडिकल टीम यह पुष्टि नहीं कर पाई कि वह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए गेंदबाजी करने के लिए पूरी तरह तैयार होंगे या नहीं. अब निर्णय मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के हाथ में था, और उन्होंने यह तय करना था कि बुमराह को टीम में शामिल किया जाए या नहीं.
एनसीए रिपोर्ट में बुमराह की फिटनेस
रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया था कि बुमराह के रिहैब को पूरी तरह से सही तरीके से पूरा किया गया है, लेकिन कोई भी फैसला यह नहीं लिया जा सकता था कि वह चैंपियंस ट्रॉफी तक फिट हो जाएंगे या नहीं. इस कारण चयन समिति ने जोखिम नहीं लेने का फैसला किया. भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपनी अंतिम टीम में बुमराह की जगह हर्षित राणा को शामिल किया और यशस्वी जायसवाल की जगह वरुण चक्रवर्ती को टीम में रखा.
बुमराह की चोट और रिहैब का असर
बुमराह ने पहले 2022 में अपनी पीठ की सर्जरी कराई थी और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम टेस्ट में एक और चोटिल हो गए थे। उन्होंने एक महीने का पूरा आराम लिया और बाद में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सफेद गेंद श्रृंखला के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे। एनसीए द्वारा दी गई रिपोर्ट में बुमराह की स्कैन रिपोर्ट ठीक थी, लेकिन उनकी फिटनेस का टेस्ट मैच की स्थिति में नहीं किया जा सका था, जिस वजह से चयनकर्ताओं ने जोखिम नहीं उठाया।