जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी का पार्थिव शरीर उनके घर हजारीबाग पहुंचा. यहां शोकसंतप्त लोग उनकी शहादत को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्र हुए और अंतिम दर्शन किए. इसके बाद उनका पार्थिव शरीर सेना के वाहन में नगर भ्रमण के लिए निकाला गया, जिसमें हजारीबाग के नागरिक, जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान हजारीबाग के डीसी नैंसी सहाय और एसपी अरविंद कुमार सिंह भी मौजूद थे.
शहीद के सम्मान में फूलों की बारिश और नारे
शहीद की अंतिम यात्रा में हजारीबाग शहर के लोग उमड़ पड़े. बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सभी उनके अंतिम दर्शन के लिए उपस्थित हुए. जैसे ही पार्थिव शरीर रथ से गुजर रहा था, लोग रास्ते में फूलों की बारिश कर रहे थे और “भारत माता की जय” के नारे गूंज रहे थे. शहीद के सम्मान में हजारीबाग के सिख समुदाय ने अपने सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रखे. शहर के लोग शोक में डूबे थे, लेकिन साथ ही उनके बलिदान और वीरता पर गर्व भी महसूस कर रहे थे.
शादी से पहले शहादत प्राप्त करने वाले कैप्टन करमजीत सिंह
कैप्टन करमजीत सिंह 5 अप्रैल को विवाह के बंधन में बंधने वाले थे. उनके परिवार के मुताबिक, वह 24 जनवरी को छुट्टी के बाद जम्मू गए थे, जहां वो शहीद हो गए. उनके पिता, अजेंद्र सिंह ने बताया कि उनका बेटा बचपन से ही भारतीय सेना में शामिल होने का सपना देखता था और इस दिशा में उसका जुनून हमेशा रहा.