वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का प्रभाव जल्द ही झारखंड में दिखाई देने वाला है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार को राज्य के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया, जिसमें कहा गया कि समुद्र तल पर पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ के रूप में सक्रिय है. राजस्थान और उससे जुड़े इलाकों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, साथ ही मध्यप्रदेश के दक्षिणी-पश्चिमी क्षेत्रों और उससे सटे इलाकों में भी ऐसा ही प्रभाव देखा जा रहा है.
19 और 20 फरवरी को झारखंड के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है. विशेष रूप से, 19 फरवरी को राज्य के 9 जिलों (गुमला, सिमडेगा, खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम, रांची, रामगढ़, बोकारो, सरायकेला-खरसावां, और पूर्वी सिंहभूम) में बारिश और वज्रपात होने की संभावना है. वहीं, 20 फरवरी को गढ़वा, पलामू, चतरा और लातेहार को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में गरज के साथ वज्रपात की आशंका जताई गई है.
रांची स्थित मौसम केंद्र के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में मौसम शुष्क रहा. सरायकेला में 37.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया, जबकि हजारीबाग में न्यूनतम तापमान 10.9 डिग्री सेल्सियस रहा. अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की वृद्धि हो सकती है, लेकिन इसके बाद तापमान में ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं है.
मौसम केंद्र का पूर्वानुमान यह भी बताता है कि 18 फरवरी को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, लेकिन मौसम शुष्क रहेगा. 19 फरवरी को भी आंशिक बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ बारिश की संभावना होगी. 20 फरवरी को भी गरज के साथ बारिश की संभावना है, जबकि 21 फरवरी को आसमान में बादल छाए रहेंगे और गर्जन वाले बादल भी बन सकते हैं. 22 और 23 फरवरी को आंशिक बादल छाए रहने के साथ मेघ गर्जन और बारिश का अनुमान है.