महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करवा रही हैं. वे घर के साथ-साथ देश चलाने की भी काबिलियत रखती हैं. इसी का एक सार्थक उदाहरण हैं ‘कल्पना सोरेन’ जो राजनीति में एक सशक्त महिला के रूप में उभरकर सामने आयी हैं.
गृहणी से राजनीति तक का सफर
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन आज सिर्फ अपने पति के नाम से ही नहीं जानी जातीं बल्कि इसके इतर भी उनकी अपनी पहचान हैं. राजनीति में जिस तरह उन्होंने सक्रियता दिखाई उससे उनकी काबिलियत साफ झलक रही है.
कल्पना सोरेन का प्रारंभिक जीवन
कल्पना सोरेन का परिवार उड़ीसा के मयूरभंज का रहने वाला है. कल्पना भारतीय सेना के रिटायर्ड अधिकारी अप्पा मुर्मू की पहली संतान हैं. कल्पना ने बी-टेक और एमबीए की शिक्षा प्राप्त की है. सन 2006 में उनकी शादी हेमंत सोरेन से हुई. राजनैतिक पृष्टभूमि में आने के बावजूद इन्होंने वर्षों तक खुद को राजनीति से दूर रखा. वे रांची में प्ले स्कूल चलाया करती थीं. इसके साथ ही वे जैविक कृषि के लिये भी काम करती थीं. पारिवारिक दायित्वों को निभाने के साथ-साथ वे सामाजिक कार्यों में भी हमेशा सक्रिय रहीं.
पति जेल जाने के बाद निभाई दोहरी जिम्मेदारी
कल्पना सोरेन का राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं था. लेकिन अपने पति हेमंत सोरेन के साथ हर मुश्किल में खड़ी रहीं, राजनीति में आने से पूर्व भी वे उन्हें सलाह- मशवरा दिया करती थीं. हेमंत सोरेन के विवादों में घिरने के बाद भी उनका समर्थन करती दिखाई दीं. अब वे खुलकर राजनीति में सामने आ गई हैं. इसी साल उन्होंने गांडेय निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतकर राजनीति में अपनी क्षमता का परिचय दिया है. जिस तरह उन्होंने जेएमएम की कमान संभाली है उसे देख यह लगता है कि जेएमएम एक सुरक्षित हाथों में है.