झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का अंतिम दिन बेहद रोचक रहा. सत्र के आखिरी दिन भाजपा के विधायकों ने बालू की बढ़ती कीमतों के विरोध में अनोखा प्रदर्शन किया, विधायकों ने सदन के बाहर 1000 रुपये प्रति किलो की दर से बालू बेचने के लिए तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया.
भाजपा विधायकों का आरोप है कि राज्य सरकार की नीतियों के कारण बालू की कीमतें आसमान छू रही हैं और आम लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. विधायकों ने हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और विधानसभा की सीढ़ियों पर बैठकर प्रदर्शन किया.
सरकार ने मुफ्त में बालू देने की है घोषणा
दूसरी तरफ, झारखंड सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए गरीबों के लिए बालू को मुफ्त में उपलब्ध कराने का ऐलान किया है. इसके तहत, राज्य के लोगों को अपने आवास, विभिन्न निर्माण कार्यों और अन्य जरूरतों के लिए बालू मुफ्त में दिया जाएगा.
यह निर्णय गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए बहुत बड़ी राहत होगी, क्योंकि अब उन्हें बालू के लिए अधिक पैसे नहीं देने होंगे. इससे उन्हें अपने सपनों का घर बनाने में मदद मिलेगी और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.
हालांकि, बीजेपी विधायकों ने इस निर्णय को लेकर सवाल उठाए हैं, क्योंकि एनजीटी ने 15 अक्टूबर तक बालू उठाव पर रोक लगा रखी है.ऐसे में सरकार मुफ्त बालू कैसे उपलब्ध कराएगी, यह एक बड़ा प्रश्न है.