झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) परीक्षा 2023 में सफल हुए 2231 अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई. रांची के नामकुम स्थित जेएसएससी कार्यालय में 16 से 20 दिसंबर तक यह प्रक्रिया चलेगी.
छात्र नेता (JLKM) देवेंद्रनाथ महतो और अन्य छात्र संगठनों ने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप था कि परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक हुए थे, और वे परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे. देवेंद्रनाथ महतो अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतरे, लेकिन पुलिस ने उन्हें आयोग कार्यालय पहुंचने से पहले ही हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस को कुछ स्थानों पर हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा.
रांची पुलिस की रणनीति
रांची जिला प्रशासन ने शनिवार को सुबह पांच बजे से 20 दिसंबर रात आठ बजे तक एसएससी कार्यालय के 500 मीटर के दायरे में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है. जेएसएससी ने 16 से 22 दिसंबर के बीच दस्तावेज सत्यापन के लिए 2231 अभ्यर्थियों को बुलाया है. इस परीक्षा में कुल 3.04 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया था.
देवेंद्रनाथ महतो ने पुलिस हिरासत में लिए जाने से पहले कहा कि भारी सुरक्षा इंतजामों और निषेधाज्ञा के बावजूद, छात्र एसएससी कार्यालय के पास इकट्ठा हो रहे हैं. उनका कहना था कि छात्र संगठन आयोग की दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया को रोकने का प्रयास कर रहे हैं और वे सभी 24 जिलों से रांची आए हैं, जहां वे एसएससी कार्यालय का घेराव करेंगे.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सभी प्रवेश बिंदुओं पर जांच की जा रही है और बिना जांच के किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. केवल सत्यापित अभ्यर्थियों को ही आयोग कार्यालय में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है. हालांकि, सफल अभ्यर्थियों ने सुरक्षा इंतजामों को लेकर संतोष व्यक्त किया.
जेएसएससी ने अभ्यर्थियों की शिकायतों के बाद अनियमितताओं की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की थी. आयोग के सचिव सुधीर गुप्ता ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि परीक्षा पूरी तरह से स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से आयोजित की गई थी.