रांची: झारखंड सिविल सेवा परीक्षा के परिणामों ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत मिलकर किसी भी मंज़िल को आसान बना सकते हैं. इस बार के परिणामों में सबसे ज्यादा चर्चा डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव की “पाठशाला” की हो रही है, जिनके 140 से भी अधिक छात्रों ने सफलता हासिल की है. यही नहीं, टॉप 10 में उनके 4 छात्रों ने जगह बनाई है, जो अपने आप में एक मिसाल है.
टॉपर बने आशीष अक्षत — डीएसपी के शिष्य और इंस्पेक्टर के बेटे
परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल करने वाले आशीष अक्षत, रांची के रहने वाले हैं और झारखंड पुलिस के इंस्पेक्टर सुबोध श्रीवास्तव के बेटे हैं. आशीष डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में पढ़े और उनकी सफलता ने साबित कर दिया कि जब अनुभव और समर्पण मिलते हैं, तो सफलता दूर नहीं होती.
टॉप 10 में डीएसपी के इन छात्रों का दबदबा
रैंक नाम
1 आशीष अक्षत
2 अभय कुजूर
5 स्वेता
8 संदीप प्रकाश
ये सभी छात्र डीएसपी श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में अध्ययन कर रहे थे और उन्होंने अपने मेहनत व गुरु के अनुभव से परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया.
डीएसपी श्रीवास्तव की पाठशाला: सफलता की गारंटी
डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव को अब लोग केवल एक पुलिस अधिकारी नहीं, बल्कि एक “ऑफिसर मेकर” के रूप में पहचानने लगे हैं. उनके पढ़ाए 140 से अधिक छात्र अब विभिन्न प्रशासनिक पदों पर नियुक्ति के लिए चयनित हुए हैं. उनकी पाठशाला न केवल किताबों का ज्ञान देती है, बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास और समाज सेवा की भावना भी जगाती है.
क्या कहते हैं डीएसपी श्रीवास्तव?
डीएसपी श्रीवास्तव का कहना है,
“हर विद्यार्थी में प्रतिभा होती है, बस उसे सही दिशा देने की जरूरत होती है. मेरा उद्देश्य है कि हर युवा को यह विश्वास दिलाया जाए कि वह भी प्रशासनिक सेवा में आ सकता है.”
समाज के लिए एक प्रेरणा
डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव की यह पहल समाज के लिए एक प्रेरणा बन गई है. उन्होंने न केवल अपनी ड्यूटी को ईमानदारी से निभाया, बल्कि एक शिक्षक के रूप में युवाओं के भविष्य को संवारा. उनकी यह कोशिश आने वाले समय में और भी कई युवाओं की किस्मत बदल सकती है.