रांची में Guillain-Barre Syndrome (GBS) का पहला मामला सामने आया है, जिसमें 5 साल की बच्ची की हालत गंभीर बताई जा रही है. यह एक दुर्लभ ऑटोइम्यून न्यूरोलॉजिकल बीमारी (autoimmune neurological disease) है, जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम नसों पर हमला कर देती है. रांची के एक निजी अस्पताल में भर्ती इस बच्ची में GBS के लक्षण पाए गए, जिससे स्वास्थ्य विभाग में चिंता बढ़ गई है.
बच्ची को अचानक सांस लेने में कठिनाई और चलने में परेशानी महसूस हुई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में जांच के दौरान डॉक्टरों ने उसे Guillain-Barre Syndrome से प्रभावित पाया. जब बच्ची के ट्रैवल हिस्ट्री की जांच की गई, तो पता चला कि वह हाल ही में महाराष्ट्र से रांची आई थी. इस जानकारी से स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ गई, क्योंकि GBS का संक्रमण कभी-कभी यात्रा के दौरान वायरस या बैक्टीरिया से फैल सकता है.
बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए रांची के सिविल सर्जन को सूचित कर दिया गया है और उसकी स्थिति का निरंतर मूल्यांकन किया जा रहा है. बीमारी की पुष्टि के लिए बच्ची के सैंपल पुणे भेजे गए हैं. राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और Guillain-Barre Syndrome के इलाज और रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की है. डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची की हालत स्थिर है और उसकी निगरानी जारी है.