भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए नए टैरिफ के संबंध में भारत की रणनीति स्पष्ट की. उन्होंने कहा कि इन टैरिफ का प्रभाव अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है और भारत अमेरिका के साथ जल्द ही एक व्यापार समझौता करने की योजना बना रहा है, जो इस साल के अंत तक पूरा हो सकता है.
टैरिफ का असर समझना कठिन
न्यूज 18 राइजिंग भारत समिट में बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि ट्रंप के द्वारा लगाए गए टैरिफ का असर अभी तक पूरी तरह से समझ पाना मुश्किल है, क्योंकि यह स्थिति नई है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत का उद्देश्य अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौता करना है, जिसके लिए बातचीत की जाएगी. जयशंकर ने कहा, “हमारी रणनीति बिल्कुल स्पष्ट है. हम खुले तौर पर और सकारात्मक तरीके से अमेरिका के साथ बातचीत करेंगे.”
भारत-अमेरिका समझौते की विशेषताएं
जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत शायद अकेला ऐसा देश है जिसने ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में व्यापार समझौते के लिए इतनी जल्दी कदम उठाया. उन्होंने बताया, “हमने इस साल के अंत तक व्यापार समझौते का लक्ष्य रखा है, और यह हमारे लिए हमेशा से एक उद्देश्य रहा है.”
बातचीत में आई तेजी
जयशंकर ने बताया कि पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक बातचीत तेज हो गई है. उन्होंने कहा, “पिछले छह हफ्तों में, हम अमेरिका के साथ जितनी बातचीत कर चुके हैं, उतनी शायद पिछले दो साल में यूरोप के साथ नहीं हुई.”
ट्रंप का बयान
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जिन देशों पर टैरिफ का असर पड़ा है, वे उनके साथ समझौते करने के लिए तैयार हैं. मंगलवार को नेशनल रिपब्लिकन कांग्रेस कमेटी में दिए गए अपने भाषण में ट्रंप ने कहा कि वह पिछली सरकारों से बेहतर तरीके से बातचीत कर सकते हैं. उन्होंने चीन जैसे देशों के साथ अपनी टैरिफ नीति का हवाला देते हुए कहा कि वह अच्छे व्यापारिक समझौते कर सकते हैं.