पेरिस पैरालंपिक में भारतीय शूटर अवनि ने शानदार प्रदर्शन किया है. गोल्ड और सिल्वर दो मेडल अपने नाम कर पैरालंपिक में 3 मेडल जीतने वाली पहली भारतीय शूटर बन गयी हैं. इसके पहले भी वे एक स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं.
दिव्यांग होने के बावजूद बनाया रिकॉर्ड
दिव्यांगता हमेशा अभिशाप नहीं होती इस बात को साबित किया है अवनि ने. महज 22 साल की उम्र में जो रिकॉर्ड उन्होंने बनाया है वह हर किसी के लिये प्रेरणादायक है. व्हीलचेयर पर उनका सफर आसान नहीं था. पैरालंपिक से पहले भी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं से जूझना पड़ा, सर्जरी भी हुई लेकिन अवनि ने हार नहीं मानी. अपने जुनून और मेहनत के बदौलत अपनी पहचान के साथ ही देश का नाम भी रौशन किया.