एनएसयूआई ने रांची विश्वविद्यालय में नीड-बेस्ड डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और नियुक्ति प्रक्रिया के लिए इतिहास और राजनीति विज्ञान के मेरिट लिस्ट को सही करने की मांग की है. कुलसचिव डॉ. गुरु चरण साहू से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा.
राज्य उपाध्यक्ष अमन अहमद ने बताया कि इतिहास और राजनीति विज्ञान के लिए जारी किए गए पहले मेरिट लिस्ट में कई योग्य उम्मीदवारों के नाम शामिल नहीं किए गए हैं, और उसमें कुछ त्रुटियां पाई गई हैं. उन्होंने बताया कि शिकायत दर्ज करने के बावजूद लिस्ट में सुधार नहीं किया गया है, जिसके कारण कई योग्य उम्मीदवारों का अवसर छूट सकता है. इस स्थिति को लेकर एनएसयूआई ने कुलसचिव से आग्रह किया है कि मेरिट लिस्ट में जिनका नाम छूट गया है, उन्हें पुनः जोड़ा जाए, ताकि सभी योग्य उम्मीदवारों को साक्षात्कार का मौका मिल सके. उन्होंने कहा कि बाकी सभी विषयों के लिए मेरिट लिस्ट जारी कर दी गई है और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.
एनएसयूआई ने कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठाए:
- यदि मेरिट लिस्ट तैयार करने के लिए एक सक्षम टीम काम कर रही है, तो ऐसे में योग्य उम्मीदवारों का नाम कैसे छूट सकता है? क्या यह गड़बड़ी का संकेत नहीं है?
- ऐसे में उम्मीदवार कैसे विश्वास करें कि विश्वविद्यालय द्वारा नीड-बेस्ड नियुक्ति प्रक्रिया सही तरीके से और पारदर्शिता के साथ हो रही है? कहीं कोई खानापूर्ति तो नहीं हो रही है?
एनएसयूआई ने कुलसचिव से यह भी अनुरोध किया कि जल्द से जल्द सभी आवेदकों का नाम मेरिट लिस्ट में जोड़ा जाए और एक सही लिस्ट जारी की जाए.
कुलसचिव ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय की टीम इस पर काम कर रही है और जल्द ही एक सही मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी. उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सही तरीके से की जा रही है और भविष्य में भी यही स्थिति बनी रहेगी.