हजारीबाग में शंकर प्रसाद-एनटीपीसी के डिस्पैच डीजीएम कुमार गौरव की हत्या हाल ही में एक पुलिस मुठभेड़ में मारा गया गैंगस्टर अमन साव के करीबी द्वारा करवाई गई थी. इस वारदात का उद्देश्य कोयला कंपनी में डर और दहशत फैलाना था. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य शूटर सहित चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले का खुलासा सोमवार को रेंज के डीआईजी संजीव कुमार और एसपी अरविंद कुमार सिंह ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया. हालांकि, मारे गए गैंगस्टर अमन साव के करीबी का नाम पुलिस ने अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है.
अपराधियों से जब्त की गई सामग्री
डीआईजी संजीव कुमार ने जानकारी दी कि पुलिस ने डीजीएम कुमार गौरव की हत्या में शामिल मुख्य शूटर और अन्य तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इन अपराधियों में वह शूटर भी शामिल था जिसने हत्या को अंजाम दिया, वह व्यक्ति जो रेकी करता था, और वह जिसने मोटरसाइकिल से शूटर को लाकर दिया था, साथ ही वह व्यक्ति जिसने हथियारों की सप्लाई की थी. गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने पिस्टल, मोटरसाइकिल, नकद धनराशि और अन्य सामान बरामद किया है.
अपराधियों की पहचान कैसे हुई
डीआईजी संजीव कुमार ने बताया कि घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस की एसआईटी ने जांच की. हजारीबाग-बड़कागांव मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद, पुलिस ने मोबाइल कॉल डंप का मिलान किया और इस प्रक्रिया से अपराधियों की पहचान की. इसके बाद एसआईटी ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू की. गिरोह में शामिल युवकों को रुपए दिए जाते थे. पुलिस ने यह भी बताया कि मिंटू पासवान को शूटर बनने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी गई थी.