झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 का पहला चरण 13 नवंबर को होने जा रहा है, जिसमें 43 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. यह चुनावी समर राज्य की राजनीतिक दिशा और आगामी सरकार के गठन को प्रभावित करेगा। इस बार मुख्य मुकाबला एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) और इंडिया गठबंधन (INDIA) के बीच है, जिनमें कई प्रमुख राजनीतिक नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन समेत उनके परिवार के सदस्य और अन्य दिग्गज नेताओं के चुनावी भविष्य का फैसला होगा. इस चुनाव में मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों और सांसदों की राजनीतिक किस्मत भी दांव पर है.
प्रमुख विधानसभा सीटों पर मुकाबला
कुछ विधानसभा सीटों पर विशेष रूप से दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। इनमें बीजेपी, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), कांग्रेस, आजसू पार्टी, और अन्य क्षेत्रीय दलों के उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इन सीटों पर कई दिग्गज नेताओं के लिए चुनावी साख का परीक्षण हो रहा है। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख सीटों का चुनावी समीकरण:
कोडरमा– बीजेपी और आरजेडी के बीच सीधी टक्कर
इस सीट पर बीजेपी की नीरा यादव और आरजेडी के सुभाष यादव के बीच मुख्य मुकाबला है। शालिनी गुप्ता, जो पहले आजसू पार्टी से चुनाव लड़ चुकी हैं, इस बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। आरजेडी ने इस सीट पर पहले भी जीत हासिल की थी, लेकिन हाल के चुनावों में बीजेपी की नीरा यादव ने जीत दर्ज की है।
बरकट्ठा – बीजेपी और जेएमएम के बीच कड़ा मुकाबला
बरकट्ठा विधानसभा सीट पर बीजेपी के अमित यादव और जेएमएम के जानकी यादव के बीच मुकाबला है। इस सीट को पहले झाविमो ने जीता था, लेकिन 2014 में बीजेपी ने इसे जीत लिया था।
बरही – बीजेपी, कांग्रेस और सपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला
बरही में कांग्रेस ने अरुण साहू को टिकट दिया है, जिससे मौजूदा विधायक उमाशंकर अकेला नाराज होकर निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। उन्हें बीजेपी के मनोज यादव से कड़ी टक्कर मिल रही है, जिन्होंने इस सीट से तीन बार जीत हासिल की है।
बड़कागांव – कांग्रेस की अंबा प्रसाद को पुराने प्रतिद्वंदी से चुनौती
बड़कागांव सीट पर कांग्रेस की अंबा प्रसाद को उनके पुराने प्रतिद्वंदी रोशन लाल चौधरी से चुनौती मिल रही है। बीजेपी ने रोशन लाल चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो पहले आजसू पार्टी के सदस्य थे।
हजारीबाग – बीजेपी और कांग्रेस के बीच रोमांचक मुकाबला
हजारीबाग सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है। कांग्रेस ने मुन्ना सिंह को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने प्रदीप प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। पिछले चुनावों में बीजेपी के मनीष जायसवाल ने जीत हासिल की थी, लेकिन अब वे सांसद बन चुके हैं, और मुन्ना सिंह इस बार चुनावी मैदान में हैं।
सिमरिया – बीजेपी और जेएमएम के बीच सीधी टक्कर
सिमरिया विधानसभा सीट पर बीजेपी और जेएमएम के बीच सीधा मुकाबला है। बीजेपी ने अपने विधायक किशुन दास का टिकट काटकर उज्जवल दास को उम्मीदवार बनाया है, जबकि जेएमएम ने मनोज चंदा को अपना प्रत्याशी बनाया है।
चतरा – आरजेडी और लोजपा-आर के बीच मुकाबला
चतरा सीट पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता की जगह उनकी बहू रश्मि प्रकाश आरजेडी के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी ने लोजपा-आर को यह सीट दी है, जिनके उम्मीदवार पूर्व विधायक जर्नादन पासवार हैं।
बहरागोड़ा – जेएमएम और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला
बहरागोड़ा विधानसभा सीट पर जेएमएम के समीर कुमार मोहंती और बीजेपी के दिनेशानंद गोस्वामी के बीच मुकाबला है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता कुणाल षाड़ंगी की मौजूदगी समीर मोहंती को फायदा दिला सकती है।
घाटशिला – चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल और मंत्री रामदास की प्रतिष्ठा दांव पर
घाटशिला में पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन का मुकाबला मंत्री रामदास सोरेन से है। यह सीट हमेशा जेएमएम के पास रही है, और रामदास सोरेन ने इस सीट से दो बार जीत हासिल की है।
पोटका – अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा चुनावी मैदान में
पोटका विधानसभा सीट पर अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा चुनावी मैदान में हैं। उनका मुकाबला जेएमएम के संजीव सरदार से है। यह उनकी पहली चुनावी चुनौती होगी, और इस सीट पर हमेशा बीजेपी और जेएमएम के बीच कड़ा मुकाबला रहा है।
जमशेदपुर पूर्वी – रघुवर दास की बहू और पूर्व आईपीएस अजय कुमार के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई
जमशेदपुर पूर्वी सीट पर बीजेपी ने रघुवर दास की बहू पूर्णिमा साहू को उम्मीदवार बनाया है, जबकि उनके सामने पूर्व आईपीएस अधिकारी और सांसद अजय कुमार चुनावी मैदान में हैं। यह मुकाबला परिवारों की प्रतिष्ठा के साथ जुड़ा हुआ है।
खरसावां – बीजेपी और जेएमएम के बीच टक्कर
खरसावां में जेएमएम के दशरथ गगराई और बीजेपी के सोनाराम बोदरा के बीच मुकाबला है। दशरथ गगराई ने पहले भी इस सीट से जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी ने इस बार सोनाराम बोदरा को टिकट दिया है।
अन्य महत्वपूर्ण सीटों पर मुकाबला
इसके अलावा पांकी, डालटनगंज, विश्रामपुर, छतरपुर, और लातेहार जैसी सीटों पर भी त्रिकोणीय या बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. इन सीटों पर बीजेपी, कांग्रेस, आरजेडी और अन्य क्षेत्रीय दलों के उम्मीदवार अपनी जीत की रणनीति पर काम कर रहे हैं, और ये सीटें भी चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं.