झारखंड विधानसभा चुनाव इस बार कई मायनों में खास बन गया है. इस बार कुल 128 महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, और उनमें से चार सीटों पर महिला उम्मीदवारों के बीच बेहद दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा. इन चार सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा, जिनमें से कुछ जगहों पर दिलचस्प पारिवारिक टकराव भी हो सकते हैं.
कल्पना सोरेन को मुनिया देवी से चुनौती
गांडेय सीट पर झामुमो की प्रमुख नेता और स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन इस बार बीजेपी की मुनिया देवी से चुनौती का सामना करेंगी. कल्पना सोरेन ने इस सीट पर पिछले उपचुनाव में जीत हासिल की थी, और इस बार दोनों के बीच कांटे की टक्कर की संभावना जताई जा रही है.
डुमरी में बेबी देवी और यशोदा देवी का मुकाबला
डुमरी विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री जगन्नाथ महतो की पत्नी बेबी देवी झामुमो के टिकट पर मैदान में हैं. वहीं, एनडीए के घटक दल आजसू ने बेबी देवी के खिलाफ यशोदा देवी को अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष की भी संभावना बन रही है, क्योंकि जेएलकेएम के जयराम महतो भी इस सीट से चुनावी मैदान में हैं.
देवरानी-जेठानी के बीच झरिया में संघर्ष
झरिया विधानसभा सीट पर इस बार देवरानी और जेठानी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा. इस सीट से पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह बीजेपी की उम्मीदवार हैं, जबकि कांग्रेस ने पूर्णिमा नीरज सिंह पर फिर से विश्वास जताया है. दोनों उम्मीदवारों का आपसी मुकाबला एक खास ध्यान आकर्षित कर रहा है, क्योंकि ये दोनों बहुएं पहले भी एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में रह चुकी हैं.
रामगढ़ में ममता देवी और सुनीता चौधरी के बीच टक्कर
रामगढ़ सीट पर फिर से ममता देवी और सुनीता चौधरी आमने-सामने हैं. दोनों ने इस सीट से पहले एक-एक बार जीत हासिल की है. पिछले उपचुनाव में सुनीता चौधरी ने जीत दर्ज की थी, जबकि ममता देवी ने पहले कांग्रेस के टिकट पर इस सीट पर जीत हासिल की थी. सुनीता चौधरी, सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी हैं, और इस बार वे आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं.
इस बार के विधानसभा चुनाव में महिलाओं के बीच इन कड़े मुकाबलों से यह साफ है कि झारखंड का चुनावी परिदृश्य और भी दिलचस्प बन गया है.