झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी कर दी है. संताल परगना प्रमंडल में कुल 18 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें एनडीए (NDA) के तहत भाजपा को 17 सीटें मिली हैं, जबकि एक सीट पाकुड़ आजसू को दी गई है. भाजपा ने 17 में से 16 सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा की है, लेकिन बरहेट सीट के लिए स्थिति अब भी स्पष्ट नहीं है.
बरहेट के लिए तलाश जारी
बरहेट सीट पर भाजपा ने अब तक किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, जो एक बड़ा सवाल बन गया है. क्या भाजपा के पास इस सीट के लिए कोई मजबूत उम्मीदवार नहीं है, या वे ऐसे नेता की खोज में हैं जो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चुनौती दे सके? बरहेट को झामुमो का गढ़ माना जाता है, और यहां के मतदाता प्रत्याशी से ज्यादा पार्टी को पहचानते हैं. यह भी उल्लेखनीय है कि हेमलाल मुर्मू, जो झामुमो के टिकट पर विधायक और सांसद रह चुके हैं, जब भाजपा के कमल के साथ मैदान में उतरे, तो मतदाताओं ने उन्हें अस्वीकार कर दिया. इसके बाद से हेमंत सोरेन ने लगातार दो बार बरहेट की जनता का विश्वास जीता है.
डॉ. लुइस मरांडी ने ऑफर ठुकराया !
भाजपा के सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने पूर्व मंत्री डॉ. लुइस मरांडी को बरहेट से उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव दिया था. हालांकि, लुइस पहले से दुमका सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में थी. उनका चुनावी इतिहास भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्होंने 2014 में हेमंत सोरेन को हराया था, इसी कारण भाजपा उन्हें बरहेट सीट पर उतारने की योजना बना रही है. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि चुनाव में अब बहुत कम समय बचा है, और यदि लुइस मरांडी को बरहेट से उम्मीदवार बनाया जाता है, तो क्या वे भाजपा की उम्मीदों पर खरी उतरेंगी? फिलहाल, भाजपा लुइस मरांडी के जवाब का इंतजार कर रही है, यही वजह है कि बरहेट सीट पर अभी तक किसी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है.