डुमरी क्षेत्र के विधायक जयराम महतो और उनके सात समर्थकों के खिलाफ चंद्रपुरा थाना में एफआईआर दर्ज की गई है. इन पर रंगदारी, अवैध कब्जा, चोरी और सरकारी कार्यों में हस्तक्षेप जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं. यह मामला बोकारो जिले के चंद्रपुरा थाना क्षेत्र के सीसीएल ढोरी क्षेत्र से संबंधित है, जहां विधायक के समर्थकों ने एक सरकारी क्वार्टर पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की.
मंगलवार रात को पुलिस और सीआईएसएफ की टीम क्वार्टर को खाली कराने के लिए मौके पर पहुंची, लेकिन विधायक जयराम महतो भी वहां पहुंच गए और पुलिस अधिकारियों से बहस करने लगे. यह घटना सीसीएल की सेन्ट्रल कॉलोनी की है, जहां एक कर्मचारी को क्वार्टर आवंटित किया गया था. हालांकि, विधायक और उनके समर्थक उस क्वार्टर पर कब्जा करने पर अड़े हुए थे. पुलिस और प्रशासन के प्रयासों के दौरान, जयराम महतो ने वहां मौजूद मजिस्ट्रेट से भी तीखी बहस की.
आरोप है कि विधायक के समर्थकों ने सीसीएल के कर्मचारियों को क्वार्टर में बंद कर दिया था और पुलिस जब उन्हें बाहर निकालने आई तो स्थिति तनावपूर्ण हो गई. पुलिस ने इस मामले में कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है.
यह मामला राज्यभर में चर्चा का विषय बना हुआ है, खासकर इसलिए क्योंकि जयराम महतो हाल ही में विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद पहली बार विधानसभा में पहुंचे थे. विधानसभा के आखिरी दिन उन्होंने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों पर टिप्पणी की थी, लेकिन इस घटना के बाद उनके द्वारा सरकारी क्वार्टर पर कब्जा करने की कोशिश ने उनकी छवि पर सवाल खड़ा कर दिया है. जहां एक ओर उनके समर्थक इस कदम का समर्थन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई राजनीतिक विश्लेषक और सलाहकार उनकी आलोचना कर रहे हैं. उनका कहना है कि चुनाव जीतने के बाद उनका रुख और रवैया बदल चुका है.